Video Transcription
प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत
बहकी सभी जुबाहें हम हैं हजारों में
अब की कमी जराह हर चीज खास है
अब है जो है वो समाहें तुम रह सकी तो रभा है
अब है जो है वो समाहें तुम रह सके
प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत
बहकी सभी जुबाहें हम हैं हजारों में
अब की कमी जराह हर चीज खास है
अब है जो है वो समाहें तुम रह सकी तो रभा है
अब है जो है वो समाहें तुम रह सके